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सोच !!

दिल टूटता और प्यार तो होता रहता है
आज कुछ संवेदनशील इरशाद करते है

Whatspp, Facebook, पर देशभक्ति की जगह
कुछ सुधार एक साथ करते है

खुद के लिए तो बहुत कुछ कर लिया
क्यों न किसी गरीब को आबाद करते है

फेकने की जगह तेज़ाब चेहरो पर
क्यों न उसी से कुछ बुराई साफ़ करते है

कब तक सिखाएंगे लड़कियों को जीने के कायदे
क्यों न सुरक्षित उनके लिए, कायनात करते है

जी सके वो बिना किसी पर्दे
न हो चिंता अकेले भी रहने पर
न हो खौफ बाहर रहने पर
क्यों न पैदा ऐसे हालात करते है

पैसे और जमीन के लिए लड़ने की जगह
बैठ कर सुलह और कुछ बात करते है

पहचान इंसान की कर्मो से करो
न की रंग और जाति से करते है

क्यों सताना किसी को चंद पैसो के लिए
बहु के सिर पर भी बेटी जैसा हाथ करते है

मेरे अकेले बदलने से न बदलेगा कुछ
छोड़ ऐसे सोच को, चलो सब एक साथ करते है

Changes always starts with yourself 🙂

Happy Republic Day

Author:

Not organized, But you will not find it messy. Not punctual, But will be there at right Time. Not supportive, But will be there, when needed. Not a writer, But you will find this interesting.

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